मिनिमल इनवेसिव सर्जरी करके डॉक्टर अनुपम सचान ने रचा इतिहास
-बिना बेहोश किये हुई मरीज की सर्जरी
-सर्जिकल क्षेत्र में चिकित्सक का कीर्तिमान
-मरीज मेहरूननिशा की गिरने से टूटी थी रीढ़ की हड्डी
-बदायूॅ के स्थानीय डॉक्टरों ने खड़े किये थे हाथ
कानपुर। उर्सला अस्पताल में तैनात आर्थाेसर्जन अपनी आधुनिक सर्जरी के कारण हमेशा चर्चा में रहते हैं। इस बार उन्होंने मिनिमल इनवेसिव सर्जरी से महिला का इलाज करके इतिहास रचा दिया। इस विधि से सर्जरी करने के उपरांत महिला मरीज को न तो बेहोश किया गया और नहीं चीरा लगा। इस सफल ऑपरेशन के बाद डॉक्टर अनुपमा सचान अपनी सफल सर्जरी के कारण चिकित्सा क्षेत्र में कीर्तिमान कर दिया।

बॅदायू निवासी चालीस वर्षीय महिला मरीज मेहरूननिशा के परिजनों ने बताया कि काम करते समय अचानक गिर गयी। इस कारण उसके रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आ गयी। परिवार के अनुसार, मरीज को तत्काल स्थानीय चिकित्सकों को दिखाया। लेकिन स्थिति देखकर सभी ने हाथ खड़े कर दिये। असहनीय दर्द के कारण पूरा परिवार परेशान हो गया। डॉक्टरों ने गंभीर स्थिति में उसे कानपुर जाने की सलाह दी। परेशान परिजन तत्काल शहर के उर्सला अस्पताल पहंुचे और वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर अनुपम सचान से सम्पर्क किया।
आर्थाेसर्जन चिकित्सक ने एक्सरे और रिपोर्ट के आधार पर मेहरूननिशा का मिनिमल इनवेसिव सर्जरी से इलाज करने मन बनाया। एडमिट के बाद सर्जन ने भर्ती किया और मरीज को बिना बिहोश और चीरा लगाए उसकी क्षतिग्रस्त एल टू को बना दिया। कुछ समय की चिकित्सका के बाद मरीज का सफल इलाज हुआ और वह पूरी तरह स्वस्थ्य है। इतना ही नहीं थोड़ा आराम के बाद दर्द से कराहाने वाली मेहरूननिशा एकबार फिर चहलकदमी करने लगी। सफल इलाज के बाद पूरा उर्सला अस्पताल चहक उठा। विशेष बातचीत में सर्जन अनुपम सचान ने बताया कि वर्तमान समय में जनमानस को यह जानकारी ही नहीं है कि इस तरह से इलाज संभव है। उन्होंने बताया कि इस विधि से इलाज की जानकारी तो चिकित्सकों को भी नहीं है। इस कारण मरीजों को सर्जरी से गुजरना पड़ता है। लेकिन यह सफल सर्जरी उर्सला अस्पताल में संभव है। इसलिए परेशान होने की आवश्यकता नहीं सिर्फ समय रहते यहां आना होगा। सर्जरी के बाद चिकित्सक जगत में अनुपम सचान चर्चा के विषय बन गये हैं।










